पाकुड़ विशेष : एक और जहां जिला परिषद की ओर से ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए कई तरह के पल की जा रही है वहीं अनाज वितरण के नाम पर इन दोनों जिले भर में ट्रैक्टर पर ओवरलोडिंग का धंधा जोर-जोर से चल रही है। आए दिन अनाज पहुंचने के क्रम में गोदाम से क्षमता से जाते अधिक ओवरलोड कर अनाज के बोरे को लात कर ट्रैक्टर पर खुलेआम दिन के उजाले में यह धंधा दिखाते नजर आएगी जिस पर जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का अंकुश लगाने के लिए पहल नहीं की जाती है। इस मामले को लेकर कई बार कई मीडिया के द्वारा आवाज उठाया गया है लेकिन जिला प्रशासन की कमजोरी का आलम है कि इस पर आजतक पहल नहीं किया गया है। सबसे बड़ी बात एक तो ओवरलोडिंग उसके बाद नियमों का धज्जा उड़ाते हुए उस ओवरलोडिंग पर आदमी भी बैठकर जाता है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। इस बात को लेकर जिलेभर में चर्चा हो रही है कि क्या ओवरलोडिंग सिर्फ गिट्टी और बालू पर ही लागू होती है, इन अनाज के बोरे पर लागू नहीं होती है, नियम सबपर लागू होना चाहिए।