पाकुड़ / प्रीतम सिंह यादव की रिपोर्ट: आंगनबाड़ी जहां नौनिहालों का पढ़ाई जीवन में पहली बार शुरू होती है। लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि सरकार में पास मजबूत नेटवर्क एवं साधन होने के बावजूद बच्चों की पहली पढ़ाई अच्छे नहीं हो पा रही है। मामला सदर प्रखंड अंतर्गत बेलियादांगा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की है जहां सेविका और सहिया में हर दिन झगड़ा होती है जिसके कारण बच्चों का पढ़ाई नहीं हो पाता है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सेविका हर दिन विलंब से आती है और केंद्र में मनमानी करती रहती है यहां तक कि साजिना का साग देकर बच्चों को खाना देती है। हर दिन सेविका चांदना दत्ता और सहायिका के बीच झगड़ा होता रहता है, केंद्र में जो भी सामग्री उपलब्ध था सारा सेविका अपने साथ अपने घर लेकर चली गई है। मामले को लेकर जब बीते मंगलवार को हमारी टीम पहुंची तो सुबह के 8 बजे के आसपास भी सेविका नहीं आई थी, बच्चों की उपस्थिति भी न के बराबर थी, लोगो ने बताया कि अंडा को भी आधा करके फोटो खींच कर विभाग को भेज दिया जाता है। बच्चों को भी हमेशा रूड आवाज में सेविका द्वारा डांटा जाता है। लोगो ने कहा कि दोनों को अलग करना बेहद जरूरी है नहीं तो इस केंद्र में बच्चे नहीं पढ़ पायेंगे। मामले पर जिला समाज कल्याण अधिकारी बसंती ग्लैडिश बाड़ा ने बताई कि मामले की जानकारी सुपरवाइजर को दे दी गई है तथा जल्द इस मामले पर विभागीय संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।