रांची / एजेंसी : गुरुवार को पहली बार डुमरी से विधायक बने एक प्रेस वार्ता के समय मीडिया पर ही बरस पड़े, ऊंची आवाज और उंगली दिखाकर डांटने लगे, मानो विधायक जी के मीडिया गुलाम है। वो भूल गए कि यही मीडिया है जिन्होंने उनको विधायक बनाया, कारण जनता के बीच लगातार समाचार प्रकाशित कर मीडिया हमेशा एक सकारात्मक प्रभाव बनाती है। मानते है कि जयराम महतो में अभी नया जोश और नया खून है लेकिन इसका ये मतलब नही कि वो कुछ भी बोलकर निकल जायेंगे। अभी उनको राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कम से कम 40 साल की राजनीति करनी है। पिच पर आते ही छक्के चौके के बौछार करने के चक्कर मे ऐसा न हो कि पीछे के विकेट कीपर (राजनेताओं) के द्वारा उनको स्टंप न कर दिया जाय। इतिहास गवाह है गुमान आज तक किसी का रहा नहीं। उनको यह सोचना चाहिए कि अब वो एक आम आदमी नही रह गए कि कुछ भी बोलकर निकल जायेंगे। वे अब संवैधानिक पद को सुशोभित कर रहे हैं, ऐसे मे उनको अपनी भाषण से कहीं ज्यादा अपनी भाषा और शब्दों पर ध्यान देना होगा।
