जम्मू-कश्मीर / एजेंसी : जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को एक भयानक आतंकी हमला हुआ, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए हैं। पुलिस और प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने बाइसारन के एक दूरदराज़ इलाके में पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना का विवरण : पुलिस के अनुसार, दो से तीन आतंकवादी अचानक वहां पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के पर्यटकों पर फायरिंग शुरू कर दी। बाइसारन क्षेत्र पैदल ही पहुंचा जा सकता है और यह गर्मियों के मौसम में पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है ताकि हमलावरों को पकड़कर न्याय के कठघरे में लाया जा सके।
मृतकों में विदेशी नागरिक भी शामिल : सरकारी सूत्रों ने बताया कि मृतकों में नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक भी शामिल हैं। इसके अलावा, नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी इस हमले में शहीद हुए हैं। हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गंभीर चिंता जताई है। अमित शाह पहले ही श्रीनगर पहुंच चुके हैं और मामले की समीक्षा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का रुख: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब के दौरे पर थे, उन्हें हमले की खबर मिलते ही अपना दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर हमले की जानकारी ली और सुरक्षा बलों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
आतंकवादी संगठन की भूमिका : प्रारंभिक खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले में चार आतंकवादी शामिल थे, जिनमें से तीन पाकिस्तानी और एक स्थानीय कश्मीरी बताया जा रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के एक अलगाववादी संगठन ने ली है। यह हमला घाटी में सैलानियों को निशाना बनाकर उनकी संख्या को कम करने की साजिश का हिस्सा माना जा रहा है।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई : सुरक्षा बलों ने इलाके में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रियासी जिले में बंद का ऐलान किया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और भारत के प्रति समर्थन जताया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका खड़ा है।