Homeप्रदेशझारखण्डआंगनबाड़ी में नौनिहालों के साथ हो रही है खिलवाड़

आंगनबाड़ी में नौनिहालों के साथ हो रही है खिलवाड़

पाकुड़ : एक और जहां राज्य सरकार बेहतर शिक्षा को लेकर करोड़ों खर्च कर रही है और आंगनबाड़ी जहां छोटे बच्चों का शिक्षा जगत में पहला कदम होता है। आज उसकी हालत दयनीय हो गई है। मामला सदर प्रखंड अंतर्गत बलियादंगा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की है जहां पिछले 8 महीना से आज तक बिजली कनेक्शन चालू ही नहीं हुआ है जबकि मीटर लगा हुआ है, वही भवन निर्माण के समय जहां खिड़की होना चाहिए वहां खिड़की ना होकर दीवाल की खिड़की बनाई गई है।

रसोईया घर में दरवाजा तक नहीं है, बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त रूप से दरी तक नहीं है । न ही बच्चों के खेलने की कोई सामग्री है बस इस तरह के आंगनवाड़ी उन तमाम शिक्षा पर एक सवाल खड़ी कर रही है कि आखिर ऐसी व्यवस्थाएं पर कैसे पड़ेगा झारखंड और बढ़ेगा झारखंड। मामले को लेकर आंगनबाड़ी सेविका चंदना दत्ता ने बताया कि इस भीष्म गर्मी में बिजली नहीं होने के कारण बच्चे पसीने से लटपट हो जाते है, अभी हाल में 10000 रुपए विभाग से प्राप्त हुआ था उससे रसोई घर का दरवाजा बनाया गया है।

बैठने के लिए दरी ना होने के कारण प्लास्टिक के बोरे में बैठाया जाता है। खेल की सामग्री भी विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं करवाया गया है। खाने का मतलब साफ है कि एक और जहां झारखंड सरकार सीएमएस स्कूल जैसे बेहतर अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई बच्चों को देने का प्रयास कर रही है वहीं जहां बच्चों का पहला कदम आंगनबाड़ी से शुरू होता है उसे आंगनबाड़ी की स्थिति इस प्रकार होना खुद एक सवाल शिक्षा विभाग पर उठ रही है। जरूरत है ऐसे मामलों पर विभाग एवं जिला प्रशासन को पहल करने की ताकि गांव के बच्चे बेहतर शिक्षा आंगनबाड़ी केंद्र पर प्राप्त कर सके।

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