रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड के इस प्रचंड विजयी के साथ हमारे नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नई सरकार का गठन करेंगे.उसके बाद यहां के करोड़ों लोगों की आशाओं की पूर्ति होगी. उन्होंने कहा कि इस शपथ ग्रहण समारोह के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, असम के मुख्यमंत्री हिमंता विससरमा को निमंत्रण पत्र भेंजेंगे, वे हमारे मुख्य अतिथि होंगे. उन्होंने कहा कि इस विजयी का परिनाम दूसरे राजनीतिक प्रतिद्वंदी में हुआ है, जिसे वे पचा नहीं पा रहे हैं. यहां भोले भाले आदिवासियों को अपना नेतृत्व थोपना उन्हें महंगा साबित हुआ. हम लोग आपस में सौहार्दपूर्ण वातावरण में चुनाव लड़ते हैं, घिृणा की भाषा बहुत चिंताजनक है. जहां सबसे अधिक जहर उगला, वहां उनका सूपड़ा साफ हो गया, वह सोमवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.सुप्रियो ने कहा कि झारखंड विधानसभा में जो सीटे हैं, उसमे सीटें घटाई गई तो ठीक नहीं है. इनकी यही कोशिश है. हम इनके मनुवादी सोच को समझते हैं. इनका पूरा प्रहार फिर से शुरू होगा. यहां के आदिवासी-मूलवासी में धर्म-जाति के नाम पर दरार पैदा करना. यह गंभीर विषय है, क्योंकि संसद का सत्र शुरू होने वाला है. इस विजय के लिये 56 नव निर्वाचित जनप्रतिनिधि का आभार. सुप्रियो ने कहा कि जो लोग विपक्ष में होंगे उनका भी दायित्व है, सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाये, लंबित विकास योजनाओं को केंद्र तक पहुंचाने में मदद करें, जेएलकेएम के एक नेता पर विश्वास है, वे सरकार के साथ चलें. सुप्रियो ने कहा कि मांडू से जन प्रतिनिधि चुने गये, जो दूसरों को रोजगार देने की बात करते थे, वे खुद बेरोजगार हो गये. केवल नारा देकर लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते हैं.